Alankrita singh ips biodata
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Alankrita Singh Suspension: जानिए कौन हैं अलंकृता सिंह? योगी सरकार ने किया सस्पेंड तो इस आईपीएस को लेकर शुरू हुई चर्चा
लखनऊ:उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लापरवाही और कर्तव्यहीनता के आरोपों को लेकर सीनियर अफसरों पर कार्रवाई लगातार जारी है। दो डीएम और एक एसपी को योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक माह के भीतर सस्पेंड किया जा चुका है। वहीं, इस लिस्ट में ताजा नाम आईपीएस अलंकृता सिंह (IPS Alankrita Singh) का जुड़ गया है। योगी सरकार (Yogi Government) की कार्रवाई के दायरे में आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का पलड़ा अब बराबर हो गया है। महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन में एसपी के पद पर तैनात अलंकृता सिंह पर आरोप लगा है कि वे बिना आधिकारिक छुट्टी लिए विदेश यात्रा पर चली गईं। जब खोजबीन शुरू हुई तो उन्होंने इस संबंध में जानकारी दी।
अलंकृता सिंह ने स्वयं विदेश जाने की बात स्वीकार की थी। महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन में जब उनकी खोजबीन की गई तो यह मामला उजागर हुआ था। बाद में 19 अक्टूबर 2021 की रात महिला आईपीएस ने व्हाट्सऐप कॉल के जरिए अपर पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन नीरा रावत को जानकारी दी कि वे अभी लंदन में हैं। अक्टूबर से लेकर अब तक वे कार्यालय से अनुस्थित हैं। मामले को अनुशासनहीनता के दायरे में लिया गया है। इस मामले में अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने उनको निलंबित करते हुए डीजीपी मुख्यालय से टैग किए जाने का आदेश जारी कर दिया है।
2008 बैच की आईपीएस हैं अलंकृता
अलंकृता सिंह 2008 बैच की आईपीएस पदाधिकारी हैं। अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इस मामले में कहा है कि पुलिस सेवा नियमावली के तहत किसी भी अधिकारी को विदेश जाने के लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है। आईपीएस अलंकृता ने न तो अवकाश लिया और न ही विदेश जाने की अनुमति ही ली। इस कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया है। इससे पहले उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए थे। उन्हें आरोप पत्र भी भेजा गया था।
अप्रैल 2021 में वापस मूल कैडर में आई थी वापस
अलंकृता सिंह यूपी कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं। वे 2017 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चली गई थीं। उन्हें 16 मार्च 2017 को मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन में उप निदेशक के पद पर तैनात किया गया। 25 अप्रैल 2021 तक वे इस पद पर कार्यरत रहीं। वहां से हटने के बाद उन्हें मूल कैडर में वापस कर दिया गया। अप्रैल में जब वे अपने मूल कैडर में उत्तर प्रदेश लौटीं तो डेढ़ माह की छुट्टी लेकर चली गईं।
छुट्टी से लौटने के बाद 10 जून 2021 को उनकी तैनाती महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन में एसपी के पद पर की गई। मां की नसीहत का पालन कर आईपीएस बनी अलंकृता की कहानी को लोगों ने खासा पसंद किया था। अब वे कार्य में लापरवाही के मामले में सुर्खियों में हैं।
अलंकृता सिंह ने स्वयं विदेश जाने की बात स्वीकार की थी। महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन में जब उनकी खोजबीन की गई तो यह मामला उजागर हुआ था। बाद में 19 अक्टूबर 2021 की रात महिला आईपीएस ने व्हाट्सऐप कॉल के जरिए अपर पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन नीरा रावत को जानकारी दी कि वे अभी लंदन में हैं। अक्टूबर से लेकर अब तक वे कार्यालय से अनुस्थित हैं। मामले को अनुशासनहीनता के दायरे में लिया गया है। इस मामले में अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने उनको निलंबित करते हुए डीजीपी मुख्यालय से टैग किए जाने का आदेश जारी कर दिया है।
2008 बैच की आईपीएस हैं अलंकृता
अलंकृता सिंह 2008 बैच की आईपीएस पदाधिकारी हैं। अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इस मामले में कहा है कि पुलिस सेवा नियमावली के तहत किसी भी अधिकारी को विदेश जाने के लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है। आईपीएस अलंकृता ने न तो अवकाश लिया और न ही विदेश जाने की अनुमति ही ली। इस कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया है। इससे पहले उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए थे। उन्हें आरोप पत्र भी भेजा गया था।
अप्रैल 2021 में वापस मूल कैडर में आई थी वापस
अलंकृता सिंह यूपी कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं। वे 2017 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चली गई थीं। उन्हें 16 मार्च 2017 को मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन में उप निदेशक के पद पर तैनात किया गया। 25 अप्रैल 2021 तक वे इस पद पर कार्यरत रहीं। वहां से हटने के बाद उन्हें मूल कैडर में वापस कर दिया गया। अप्रैल में जब वे अपने मूल कैडर में उत्तर प्रदेश लौटीं तो डेढ़ माह की छुट्टी लेकर चली गईं।
छुट्टी से लौटने के बाद 10 जून 2021 को उनकी तैनाती महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन में एसपी के पद पर की गई। मां की नसीहत का पालन कर आईपीएस बनी अलंकृता की कहानी को लोगों ने खासा पसंद किया था। अब वे कार्य में लापरवाही के मामले में सुर्खियों में हैं।